आज हम आपको JSSC CGL Syllabus In Hindi, JSSC CGL Syllabus Pdf 2024 In Hindi, जेएसएससी सीजीएल सिलेबस पीडीऍफ़ हिंदी में आपको प्रदान कराने वाले है.
JSSC CGL Exam Pattern In Hindi-
अब हम आपको JSSC CGL ka Syllabus And Exam Pattern के बारे विषय के अनुसार बताने वाले है –
- लिखित परीक्षा (Written Exam)
- Merit List
- दस्तावेज सत्यापन (Document Verification
JSSC CGL paper 1 Exam Pattern In Hindi-
प्रश्न पत्र – 1 (भाषा ज्ञान)
विषय | प्रश्न संख्या | समय अवधि |
(क) हिन्दी भाषा ज्ञान | 60 प्रश्न | |
(ख) अंग्रेजी भाषा ज्ञान | 60 प्रश्न | |
कुल | 120 प्रश्न | 2 घंटा |
- भाषा ज्ञान में प्राप्त अंक मात्र अर्हक (Qualifying) होगा,
- जिसमें उत्तीर्ण होने के लिए हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा ज्ञान में प्राप्त अंको को जोड़ कर 30% अंक प्राप्त करना निर्धारित रहेगा।
- इस पत्र में प्राप्त अंक मेधा निर्धारण के लिए नहीं जोड़ा जायेगा।
JSSC CGL paper 2 Exam Pattern In Hindi-
प्रश्न पत्र – 2 (जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा)–
विषय | प्रश्न संख्या | परीक्षा अवधि |
उर्दू/संथाली/बंगला/मुण्डारी (मुण्डा)/ हो/ खड़िया/ कुडूख(उरांव)/ कुरमाली/ खोरठा/ नागपुरी/ पंचपरगनिया/उड़िया में से किसी एक भाषा की परीक्षा विकल्प के आधार पर अभ्यर्थी दे सकेंगे। इस परीक्षा में संबंधित भाषा के 100 बहुवैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे। | ||
कुल | 100 | 2 घंटा |
- नोट:- चिन्हित क्षेत्रीय/जनजातीय भाषा में 30 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
JSSC CGL paper 3 Exam Pattern In Hindi-
प्रश्न पत्र- 3 (सामान्य ज्ञान)-
विषय | प्रश्न संख्या | समय अवधि |
(क) सामान्य अध्ययन | 30 प्रश्न | |
(ख) सामान्य विज्ञान | 20 प्रश्न | |
(ग) सामान्य गणित | 20 प्रश्न | |
(घ) मानसिक क्षमता | 20 प्रश्न | |
(ड) झारखण्ड राज्य से संबंधित ज्ञान | 40 प्रश्न | |
(च) कम्प्यूटर ज्ञान | 20 प्रश्न | |
कुल | 150 | 2 घंटा |
- सामान्य ज्ञान परीक्षा में 30 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होगा।
JSSC CGL Syllabus In Hindi-
अब तक हमने आपको JSSC CGL Exam Pattern In Hindi के बारे में आपको बताया है और अब हम आपको नीचे JSSC CGL Syllabus In Hindi में बताने वाले है.
यदि आप इस का JSSC CGL Syllabus Pdf में किसी प्रकार की कमियां नजर आती है तो JSSC की ऑफिसियल वेब पोर्टल से भी प्राप्त कर सकते है
JSSC CGL Paper 1 Syllabus – भाषा ज्ञान
(क) हिन्दी भाषा ज्ञान:- | |
(i) हिन्दी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न | 30 प्रश्न |
(ii) हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न | 30 प्रश्न |
इस विषय में हिन्दी Unseen Passage तथा हिन्दी व्याकरण पर आधारित प्रश्न रहेंगे। |
(ख) अंग्रेजी भाषा ज्ञान:- | |
(i) अंग्रेजी अनुच्छेद पर आधारित प्रश्न | 30 प्रश्न |
(ii) अंग्रेजी व्याकरण पर आधारित प्रश्न | 30 प्रश्न |
इस विषय में अंग्रेजी अपठित अनुच्छेद Unseen Passage तथा english Grammar पर आधारित प्रश्न रहेंगे। |
JSSC CGL Paper 2 Syllabus -क्षेत्रीय भाषा-
इस परीक्षा में संबंधित भाषा के 100 वस्तुनिष्ट प्रश्न पूछे जायेंगे–
उर्दू/संथाली/बंगला/मुण्डारी (मुण्डा)/ हो/ खड़िया/ कुडूख (उरांव)/ कुरमाली/ खोरठा/ नागपुरी/पंचपरगनिया/उड़िया में से किसी एक भाषा की परीक्षा विकल्प के आधार पर अभ्यर्थी दे सकेंगे।
पत्र-2 (क्षेत्रीय / जनजातीय अन्य भाषा ज्ञान)
हिन्दी-
पुस्तक- आरोह भाग- 2 |
काव्य खण्ड |
आत्म परिचय, दिन जल्दी-जल्दी ढलता है – हरिवंश राय बच्चन पतंग – आलोक धन्वा कविता के बहाने, बात सीधी थी पर – कुँवर नारायण कैमरे में बंद अपाहिज – रघुवीर सहाय सहर्ष स्वीकार है – गजानन माधव मुक्तिबोध उषा – शमसेर बहादुर सिंह बादल राग – निराला कवितावली – तुलसीदास रुबाइयाँ गजल – फिराक गोरखपुरी छोटा मेरा खेत, बगुलों के पंख – उमाशंकर जोशी |
गद्य खण्ड |
भक्तिन – महादेवी वर्मा बाजार दर्शन – जैनेन्द्र कुमार काले मेघा पानी दे – धर्मवीर भारती पहलवान की ढोलक – फणीश्वर नाथ रेणु चार्ली – चैप्लिन यानी हम सब – विष्णु खरे नमक – रजिया सज्जाद जहीर शिरीष के फूल – हजारी प्रसाद द्विवेदी धर्म विभाजन और जातिप्रथा, मेरी कल्पना का आदर्श समाज – भीमराव अम्बेडकर |
पुस्तक – वितान भाग-2 |
सिल्वर वैडिंग – मनोहर श्याम जोशी जूझ – आनन्द यादव अतीत के दबे पाँव – ओम थानवी डायरी के पन्ने – ऐन फ्रैंक |
जनसंचार माध्यम– रिपोर्ट, आलेख, फीचर लेखन, कार्यालयी पत्र टिप्पणी, समाचार, संपादकीय। |
व्याकरण – संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, कारक, समास, मुहावरे, निबन्ध लेखन, पत्रलेखन, विशेष लेखन। |
English Language and Literature-
1. Language |
Error Recognition Fill in the Blanks Grammar- Adjective, Noun, Pronoun, Verb. Subject-verb Agreement, Interchangeability of noun and verb, Gerund, Participle, Infinitive, Adverb, Tense, Clause, Transformation, Narration, Voice, Preposition. Synonyms Antonyms Idioms & Phrases Comprehension Passage etc. |
2. Literature |
Novel – The Inheritance of Loss – Kiran Desai; Death of a Salesman- Arthur Miller; Robinson Crusoe – Daniel Defoe: Sense and Sensibility- Jane Austen; He Who Rides a Tiger- Bhawani Bhattacharya |
Drama – The Merchant of Venice- William Shakespeare; Arms and the Man- G.B. shaw: Tara- Mahesh Dattani; The Way of the World- William Congreve. |
Poetry – Sonnet 60- William Shakespeare; The Rainbow-William – Wordsworth; Home Thoughts from Abroad- Robert Browning; Lead Kindly Light – Cardinal Newman; Preface to In Memoriam Alfred Lord Tennyson; Where The Mind is Without Fear Rabindranath Tagore; Essay on Man- Alexander pope; the Harp of India- H.L.V. Derozio |
Short Stories – The Necklace- Guy De Maupassant (Trans); an Astrologers Day- R.K. Narayan; The Home Coming- Rabindranath Tagore: A cup of Tea- Katherine Mansfield; Mrs. Adis-Sheila Kaya Smith; God Sees the Truth, But Waits-Leo Tolstoy. |
Essay– A Slip of The Tongue- J.E.B. Gray; God sees the Truth, But Waits- Leo Tolstoy: The English Gentleman- Mahatma Gandhi; The Bottle Imp- R.L. Stevenson; Opportunity for Youth- Jawaharlal Nehru; A Call To Youth- S. Radhakrishnan; on Travel by Train- J.B. Priestley. |
History of the English Language: A History of English Language- A.C. Baugh, Origins of the English Language – Joseph Willies. |
Phonetics – A Text Book of English Phonetics for Indian students- 1 Balasubramaniam, A Course In Phonetics- P. Ladefoged. |
संस्कृत-
- ये प्रश्न इण्टरमीडिएट स्तर की पाठ्य पुस्तकों पर आधारित होंगे।
- झारखण्ड राज्य में इण्टर स्तर पर स्वीकृत पाठ्य पुस्तक ऋतिका (भाग-1 एवं भाग-2) के सभी पाठों के विषय तथा उनमें अनुप्रयुक्त व्याकरण सम्बन्धी प्रश्न इसमें मुख्य रूप से शामिल किये जायेंगे।
इसके अतिरिक्त शब्द रूप तथा धातु रूप इनमें शामिल होंगे-
शब्द रूप |
बालक, फल, रमा, पति, मति, वारि, नदी, शिशु, धेनु, मधु, वधू, पितृ, मातृ, कर्तृ, राजन, गच्छन, भवत् आत्मन् विद्वस, यत्, तत्, किम्, इदम्, अस्मद, युष्मद् । |
धातु रूप (लट, लोट, लूट, लड़, तथा विधि लिङ्ग लकारों में) |
पठ्, गम, लिखु, पा, स्था, दृश, अस्, भक्ष, घ्रा, हन्, श्रु, नृत्, स्पृश, चर, कथ्, कृ, ज्ञा, शक्, तथा क्री। |
अनुप्रयुक्त व्याकरण |
कर्ता, क्रियापद चयन, समानार्थक, विलोमार्थक, सर्वनाम, संज्ञा, विशेष्य, विशेषण, अलंकार, अनुप्रास, श्लेष, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा । |
कारक, उपपद विभक्ति प्रयोग, वाच्य परिवर्तन (केवल लट् लकार में) |
कुडुख (उराँव)-
- व्याकरण संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया विशेषण, लिंग, वचन, पुरुष, पर्यायवाची शब्द, विपरीतार्थक शब्द, अनेक शब्दों के बदले एक शब्द, कहावत, मुहावरे, पहेली, काल आदि।
2.साहित्य-गद्य साहित्य-
जतरा अप सेन्दरा | बिरसा भगत |
कुडुखर गही नेग अरा धरम | जम्बुआ कुजूर |
अंजेला | इग्नेस कुजूर |
राय साहब बंदीराम उराँव | अहलाद तिर्की |
रूइदास कुडुख बेलस | ए. ग्रिगनाड |
टना भगतर | डॉ. फिलिप एक्का |
3-पद्य साहित्य-
जड़ी पेल्लो | रासी सुकखे गही |
दवले कुजूर | दवले कुजूर |
जतरा | अलखा अमके |
डब्लयू जी० आर्चर | जस्टिन एक्का |
खेड्ड चम्बी | खद्द परिया |
डॉ० निर्मल मिज | पदम् श्री जुवेल लकड़ा |
- कुडुख लोक साहित्य, लोक गीत कहानी एवं निबंध
Urdu–
1. Prose
I. Haj-e-Akbar | Premchand (Story) |
II. Bhola | Rajinder Singh Bedi (Story) |
III. Chhauti ka Joda | Asmat Chugtai. |
2. Urdu Poem
I. Jugnoo | Iqbal |
II. Kaljug | Nazeer Akbarbadi |
III. Mustaqbil | Akbar Allahabadi |
IV. Khak-e-Hind | Pandit Brijnarayan Chakbast. |
3. Urdu Grammar
I. Gender |
II. Singular |
III. Plural |
IV. Meaning |
V. Opposite |
संताली-
1. व्याकरण |
संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरूष, सजीव-निर्जीव, विशेषण, समान शब्द, विलोम शब्द, प्रत्यय, मुहावरा, बुझोवोल। |
2. साहित्य |
क. संताली लोक साहित्य – अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, संतालों का उद्भव और विकास। |
ख. लोकगीत – डाहार, बाहा, सोहराय, काराम, दोड. सेरेञ। |
ग. कहानी- आगिल हापड़ाम कोवाः काथा, सोहराय, कविता, सोपोदान। |
घ. निबंध- सिदोकन्हू हुल, बाबा तिलका माँझी हुल डिबा किसुन, बिरसा हुल। |
ङ. साहित्यकार- डोमन साहु समीर, भागवत मुरमू ठाकुर, दिगम्बर हाँसदाः, ठाकुर मुरमू ठाकुर, बाबूलाल मुरमू, केवलराम सोरेन, आदित्य मित संताली आदि। |
Bangla-
1. Prose, Poetry |
(A) Jibansmriti- Rabindranath Thakur (Selected)ShiksharambhaGhar O BahirBhritya rajak TantraKabita RachanranbhaShrikantha BabuPitri deb. |
(B) Poetry (Selected) Madhukari- Kalidas RoyAtrimunir Ashrame Shree Ram Chandra- Krittibas.Ishwari Patani – BharatchandraBangabhasa – Madhusudan DuttaNirjharer Swapnobhango – Rabindranath ThakurHat- Jatindra Nath Sen GuptaKandari Hunshiar- Najrul IslamAtharo Bachhor – Sukanta Bhattacharjee |
(C) Grammar :- Samas, Sandhi, Bagdhara, Vinnarthak Shabdojngal. |
(D) Essay:- (One) |
मुण्डारी (मुण्डा)-
1. व्याकरण |
संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरूष, सजीव-निर्जीव, विशेषण, समान शब्द, विलोम शब्द, प्रत्यय, मुहावरा, बझौवल। |
2. साहित्य |
(क) मुण्डारी लोक साहित्य- अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, मुण्डाओं का उद्भव और विकास। |
(ख) लोकगीत:- बा, करम, सोहराई, अड़ान्दि। |
(ग) कहानी:- करम कहानी, पशु-पक्षी, जीव जन्तुओं की कथा, पहाड़ों की कथा, देवी देवताओं की कथा, कविता आदि। |
(घ) निबन्ध:- बिरसा आन्दोलन उलगुलान, गया मुण्डा, चोट्टि मुण्डा, माडा परब, मुण्डाओं की उत्पति। |
3. साहित्यकार |
1. डॉ0 रामदयाल मुण्डा,2. दुलय चन्द्र मुण्डा,3. काण्डे मुण्डा |
हो–
1. हो व्याकरण |
संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, काल, लिगं , वचन, पुरूष, विलोम शब्द, पर्यायवाची शब्द, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, मुहावरे, कहावत, पहेली आदि। |
2. साहित्य(i) पद्य संग्रह(ii) गद्य संग्रह |
(i) पद्य साहित्य:- लिटा मसुरि बिर विरड्, मा अरदास, बा अटेडाकन दिसुम बनो, जुलोः चा, एना दो ओकोन दिसुम तोरं। |
(ii) गद्य साहित्य:- बहरोत, गिंदरू देयोआं, मुनु दोस्तुर अर मागे पोरोव, बा पोरोव एंगा हयम ममरं, कक्हारम्बड, नुड़हाम, सिंग दिसुम। |
खड़िया
1. व्याकरण |
संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरूष, सजीव-निर्जीव, विशेषण, समान शब्द, विलोम शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय, मुहावरा, बुझावल आदि। |
2. साहित्य |
(क) खड़िया लोक साहित्य का उद्भव एवं विकास, अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, खड़िया जाति।(ख) लोकगीत – जाड.कोर, करम, बन्दोई, जनम पर’ब, कदलेटा, मुरड’, कसासिड.।(ग) लोक कहानी – कथा कभनेइत।(घ) निबंध – शहीद तेलेंगा खड़िया, गोपाल खड़िया, खड़िया महासभा, बंदोई, जाड. कोर, करम, जनम पर’ब। |
3. साहित्यकार |
1. प्यारा केरकेट्टा2. पौलुस कुल्लू3. जुलियुस बा’4. डॉ0 रोज केरकेट्टा5. जोवाकिम डॅुगडॅुग |
खोरठा
1. गद्य भाग |
2. पद्य भाग |
सहायक पुस्तक-खोरठा गद्य-पद्य संग्रह |
(क) प्रकाशक- खोरठा साहित्यः साहितद्ध संस्कृति परिषद् बोकारो |
(ख) खोरठा निबन्ध-लेखक- डॉ0 बी0एन0 ओहदार |
(ग) डाह नाटक – सुकुमार |
(घ) फरीछ डहर (कहानी संकलन) – लेखक- पंचम महतो |
पद्य साहित्य:- | ||
सहायक पुस्तकें:- | ||
(क) एक पथिया डोगल महुआ- लेखक- सन्तोष महतो | ||
(ख) सोंध माटी – डॉ0 विनोद कुमार | ||
कविता भाग:- | ||
(ग) डिडांक डोआनी- लेखक- वंशी लाल वंशी | ||
(घ) तातल और हेमाल- लेखक- शिवनाथ प्रमाणिक |
कविता संग्रह |
3. खोरठा व्याकरण – लेखक- ए0के0 झा |
4. निबंध- समसामयिक विषय पर |
कुरमाली–
1. व्याकरण:- संज्ञा, सर्वनाम, वचन, लिंग, पुरूष, विशेषण, विलोम शब्द, प्रत्यय, उपसर्ग, मुहावरे, पहेली (बुझौवल)। |
2. कुरमाली लोक साहित्य: लोक साहित्य का तात्पर्य, परिभाषा, वर्गीकरण एवं महत्व। |
3. लोकगीत: डाँइंडधरा गीत (पांतागीत), करमगीत, बिहारगीत, डमकच, ढपगीत। |
4. कहानी: सबरनाखा नदीक जन्म, सात भाई एक बहिन, करमा-धरमा, पुइतू बूढ़ा। |
5. निबंध: शहीद रघुनाथ महतो, शहीद निर्मल महतो, विनोद बिहारी महतो, सृष्टिधर सिंह देव कटियार,टुसू परब। |
6. साहित्यकार: डॉ0 नन्द किशोर सिंह, लखीकान्त मुतरूवार, केशव चन्द्र टिडुआर। |
नागपुरी–
1. व्याकरण |
वर्ण, संज्ञा, सर्वनाम, लिंग, वचन, कारक, विशेषण, क्रिया विशेषण, काल, धातु, क्रिया, वाक्य, अव्यव, उपसर्ग, प्रत्यय, समास, अनेक शब्द के बदले एक शब्द, विलोम शब्द, पर्यायवाची शब्द, समानार्थी शब्द। |
2. साहित्य |
(क) नागपुरी लोक साहित्य, लोकगीत, लोक कथा, बुझौवल, कहावत, मुहावरे।(ख) लोकगीत में- फगुआ, डमकच, अंगनई, मरदानी झूमर, बंगला झूमर, उदासी, पावस, लहसुवा, झुमटा।(ग) लोक कथा से – वन हरनी कर बेटा, बुधू भंडारी, भाई-बहिन, बालमइत रानी।बनफूल भाग – एक- (नागपुरी गद्य-पद्य संग्रह)- डॉ0 कुमारी वांसती। |
पंच परगनिया–
1. पंचपरगनिया व्याकरण:- संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, वचन, लिगं , पुरूष, जीव-निर्जीव, समान शब्द, उल्टा शब्द, प्रत्यय, मुहावरा, बझौवल आदि। |
2. साहित्य-पंचपरगनिया, लोक साहित्य, अर्थ, परिभाषा, भाग-विभाग, पंचपरगनिया भाषा का उद्भव एवं विकास। |
3. लोक गीत एवं मध्यकालीन कवियों के गीत – पुसगीत, बिहा गीत, सँहरइ गीत, करम गीत, मंत्र आदि। |
4. लोक कहानी- पँठी रानी, कारला रानी, चालाक बिलाइ, सिआर केर फेउ बुढा़ मुड़ेना लगाबे, भादा, बुधुवा आदि। |
5. निबंध- गोड़डीह केर वन अंचल, मुण्डाओं का गाँव धरमपुर, गीत-गोविन्द आर बइउकि, आदि। |
6. शिष्ट गीत/कविता-चंचलमन, उदवेग, रोक, दुख आदि। |
7. साहित्यकार-ज्योति लाल माहादानी, दीन बन्धु महतो, चन्द्र मोहन महतो, परमानन्द महतो, करमचन्द्र अहीर। |
उड़िया–
1. गद्य विभाग–
i. स्वाधीन चिन्ता | विश्वनाथ कर |
ii. ओड़िया जाति किए | गोपबन्धु दास |
iii. क्षमा | मायाधर मानसिंह |
iv. जातीय जीवन ओ संस्कृति | गोलक बिहारी धल |
v. लेखकर संसार | किशोरी चरण दास |
vi. मधुसूदन | चन्द्रशेखर रथ |
सहायक पुस्तक: गद्य धारा (ओडिशा राज्य पाठ्य पुस्तक प्रणयन संस्था, भुवनेश्वर) |
2. पद्य विभाग–
i. एणु कपोत गुरू मोर | जगन्नाथ दास |
ii. मो जीवन पछे नर्के पडि थाउ़ | भीम भोइ |
iii. मुँ हाट बाहुड़ा | फकीर मोहन सेनापति |
iv. उठ कंकाल | गोदावरीश मिश्र |
v. ग्रामपथ | बिनोद चन्द्र नायक |
vi. शरत ऋतुर जन्ह | गुरू प्रसाद महान्ती |
सहायक पुस्तक:- पद्य धारा (ओडिशा राज्य पाठ्य पुस्तक प्रणयन संस्था, भुवनेश्वर) |
3. नाटक–
i. बक्सी जगबन्धु | मनोरंजन दास |
ii. अभियान | कालीचरण पट्टनायक |
4. काव्य–
i. पल्लिश्री | सच्चि राउतराय |
ii. चिलिका | राधा नाथ राय |
5. व्याकरण
विशेष्य, विशेषण, सर्वनाम, लिंग, वचन, पुरूष, कारक, विभक्ति, अव्यव, क्रिया, संधि, समास, युग्म शब्द, अनेकार्थक शब्द, एकपदी करण, साधारण अशुद्धि। |
JSSC CGL paper 3 Syllabus -सामान्य ज्ञान-
(क) सामान्य अध्ययन–
इसमें प्रश्नों का उद्देश्य अभ्यर्थी के आस-पास के वातावरण की सामान्य जानकारी तथा समाज में उनके अनुप्रयोग के संबंध में उसकी योग्यता की जाँच करना होगा। वर्तमान घटनाओं और दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के सूक्ष्म अवलोकन तथा उनके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकोण जैसे मामलों की जानकारी जैसी कि किसी भी शिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जाती है। |
इसमें झारखण्ड, भारत और पड़ोसी देशों के संबंध में विशेष रूप से यथा संभव प्रश्न पूछे जा सकते हैं। सम-सामयिक विषय – वैज्ञानिक प्रगति, राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार, भारतीय भाषाएँ, पुस्तक, लिपि, राजधानी, मुद्रा, खेल-खिलाड़ी, महत्त्वपूर्ण घटनाएँ। भारत का इतिहास, संस्कृति, भूगोल, पर्यावरण, आर्थिक परिदृश्य, स्वतंत्रता आंदोलन, भारतीय कृषि तथा प्राकृतिक संसाधनों की प्रमुख विशेषताएँ एवं भारत का संविधान एवं राज्य-व्यवस्था, देश की राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास, पंचवर्षीय योजना। |
(ख) सामान्य विज्ञान–
सामान्य विज्ञान के प्रश्न में दिन-प्रतिदिन के अवलोकन एवं अनुभव पर आधारित विज्ञान की सामान्य समझ एवं परिबोध से संबंधित प्रश्न रहेंगे। जैसा कि एक सुशिक्षित व्यक्ति से जिसने किसी विज्ञान विषय का विशेष अध्ययन नहीं किया हो, अपेक्षित है। |
(ग) सामान्य गणित–
इस विषय में सामान्यतः इसमें मैट्रिक/10वीं कक्षा स्तर के प्रश्न अंक गणित, प्राथमिक बीजगणित ज्यामिति, सामान्य त्रिकोणमिति, क्षेत्रमिति से संबंधित प्रश्न रहेंग। |
(घ) मानसिक क्षमता ––
इसमें शाब्दिक एवं गैर शाब्दिक दोनो प्रकार के प्रश्न रहेंग। सादृश्य, समानता एवं भिन्नता, स्थान कल्पना, समस्या समाधान, विश्लेषण, दृश्य स्मृति, विभेद, अवलोकन, रक्त संबंध अवधारणा, अंक गणितीय तर्कशक्ति, अंक गणितीय संख्या श्रृंखला एवं कूट लेखन तथा कूट व्याख्या इत्यादि। |
(ड.) झारखण्ड राज्य से संबंधित ज्ञान–
झारखण्ड की सभ्यता, संस्कृति, भाषा, स्थान, खान-खनिज, उद्योग, भूगोल एवं इतिहास, राष्ट्रीय आन्दोलन में झारखण्ड का योगदान, साहित्य, विकास योजनाएँ, खेल-खिलाड़ी, व्यक्तित्व, नागरिक उपलब्धियाँ, पुरस्कार, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व के विषय इत्यादि। |
(च) कम्प्यूटर ज्ञान –
कम्प्यूटर के विभिन्न उपकरणों, एम॰ एस॰ विन्डो ऑपरेटिंग सिस्टम, एम॰एस॰ ऑफिस एवं इंटरनेट संचालन की विधि |
JSSC CGL Syllabus Pdf In Hindi-
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निकर्ष-
जैसा की हमने आपको ऊपर आर्टिकल में पहले तो आपको JSSC CGL Exam Pattern in hindi के बारे आपको बताया है फिर आपको JSSC CGL Syllabus In Hindi के सभी भाग को अलग से बताया है जिसे आप आसानी से समझ कर अपनी तैयारी कर सकते हो.
इसमें जितने भी भाग है वो सभी ऑफिसियल सिलेबस की पीडीऍफ़ से लिए गये है इसीलिए आप इस सिलेबस डिटेल को बिना किसी संशय के देख सकते हो.
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